आज भी मेरे तसव्वुर में तेरी वही पुरानी तस्वीर है
वही आँखें वही चेहरा वही हंसी की लकीर है
चाह कर भी बदली नहीं जाती मुझसे
भले लोगों ने लाख कहा तू मेरी बिगड़ी हुयी तकदीर है
वही आँखें वही चेहरा वही हंसी की लकीर है
चाह कर भी बदली नहीं जाती मुझसे
भले लोगों ने लाख कहा तू मेरी बिगड़ी हुयी तकदीर है
~स्वाति ~
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