कितनी बातें बता गया वो पल एक पल में
हमें आइना दिखा गया वो पल एक पल में
समझाने आये कई दोस्त की भूल जा जो हुआ
कई बातें ऐसी हो जाती हैं बस एक पल में
कहती तो बात बढ जाती उस एक पल में
किसी को मैं भी रुला जाती उस एक पल में
इतना ही एहसान करदो मत कुरेदो
की जख्म नहीं भरे हैं गुज़रे हुए कल में
स्वाति सिन्हा
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